मच्छर जनित बीमारियां: सिर्फ मादा मच्छर ही क्यों जिम्मेदार हैं ?


 मच्छर हमारे इकोसिस्टम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह छोटे-छोटे कीट होते हैं। लेकिन ये छोटे-से कीट इंसान को काटकर कई खतरनाक बीमारियां फैलाते हैं, जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया और ज़ीका वायरस। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इन बीमारियों के लिए केवल मादा मच्छर ही क्यों जिम्मेदार होती हैं? नर मच्छर बीमारियां क्यों नहीं फैलाते? आइए, इस सवाल का वैज्ञानिक और तार्किक उत्तर समझते हैं।


मादा मच्छर ही इंसानों को क्यों काटती हैं :-

मादा मच्छर इंसानों और जानवरों का खून पीती हैं, क्योंकि उन्हें प्रोटीन और आयरन की जरूरत होती है। ये पोषक तत्व उनके अंडों के विकास के लिए आवश्यक होते हैं।

मादा मच्छर में ऐसी कई जैविक संरचनाएं और प्रक्रियाएं होती हैं, जो उसे इंसान को काटने और खून चूसने में सक्षम बनाती हैं। यह प्रक्रिया उसकी प्रजनन प्रणाली का हिस्सा है, क्योंकि खून चूसने से उसे अंडे विकसित करने के लिए जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं।  

मादा मच्छर की संरचना                       

  • प्रोबोसिस (Proboscis) -यह मच्छर का लंबा, नुकीला और सूंड जैसा अंग होता है, जिसे "प्रोबोसिस" कहते हैं।यह दो भागों में बंटा होता है:   मेक्सिला  और मैन्डिबल्स (Mandibles and Maxillae): ये छोटे, नुकीले ब्लेड की तरह होते हैं, जो त्वचा को काटते हैं।
  • लैब्रम (Labrum): यह नली की तरह होता है, जो खून को शरीर में खींचने का काम करता है। 
  • लार ग्रंथि (स्लेवरी ग्लैंड) :  मच्छर के लार ग्रंथियों में ऐसे रसायन होते हैं, जो खून को पतला और जमने से रोकते हैं।लार में एंटीकोआगुलेंट (Anticoagulant) और प्रोटीन होते हैं, जो इंसान की प्रतिरक्षा प्रणाली को भ्रमित करते हैं।
  •  सुंघने और पहचाने की क्षमता : मादा मच्छर के एंटीना और पैरों में विशेष रिसेप्टर्स होते हैं, जो इंसान की त्वचा की गंध, पसीने में मौजूद केमिकल्स (जैसे लैक्टिक एसिड) और शरीर की गर्मी को पहचानते हैं।यह उसे शिकार की पहचान करने और सही जगह काटने में मदद करता है।

मादा मच्छर बीमारियां कैसे फैलाती हैं   :- 

 मादा मच्छर किसी संक्रमित व्यक्ति को काट लेती है तो उसके शरीर में भी वायरस चला जाता है फिर यदि वह किसी अन्य व्यक्ति को काटती है तो वह वायरस उसकी लार के द्वारा उस इंसान की रक्त में मिल जाता है और वह भी संक्रमित हो जाता है। इस प्रक्रिया को वेक्टर-जनित संक्रमण कहा जाता है।
 
  • मलेरिया: मादा मच्छर एनोफिलीस के कारण फैलता है, जो प्लाज्मोडियम नामक परजीवी को स्थानांतरित करती है।
  • डेंगू और चिकनगुनिया: ये बीमारियां एडीज एजिप्टी मच्छर द्वारा फैलती हैं।
  • फाइलेरिया और जापानी इंसेफेलाइटिस: क्यूलेक्स प्रजाति के मच्छर इन बीमारियों का कारण बनते हैं। 
नर मच्छर क्यों नहीं काटते :- 
  • नर मच्छर का मुख्य आहार पौधों से रस (नमीयुक्त तरल) होता है, जैसे फूलों का रस या अन्य पौधों से मिलने वाला तरल। इसी कारण किसी बगीचे या अधिक हरियाली वाले स्थान पर जाने पर व्यक्ति के ऊपर बहुत सारे मच्छर मंडराने लगते हैं लेकिन वह काटते नहीं है। 
  • नर मच्छर का काम केवल मादा मच्छर के साथ प्रजनन करना होता है, और उसे रक्त की आवश्यकता नहीं होती है।
  • नर मच्छर को रक्त के पोषक तत्वों की जरूरत नहीं होती, इसलिए वे इंसान या अन्य जानवरों का खून नहीं पीते हैं।
  • अन्य कारण में यह भी है कि नर मच्छर में इंसान को काटने के लिए प्रोबोसिस (सुई जैसी संरचना) नहीं पाई जाती है। 

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